पगली इतनी भी मत अकड की तेरे अकड ने के चक्कर में मुजे कोई दूसरी पकड Admin पगली शायरी इन हिंदी, अन्य << यूँ तो मुद्दतें गुज़ार दी... काश वो एक नया ढंग मेरे क़त... >> पगली इतनी भी मत अकड कीतेरे अकड ने के चक्कर में मुजे कोई दूसरी पकड के ले जाऐ Share on: