मेरी आँखों की औकात नही की किसी लड़की को घूर सके Admin पागल लड़की शायरी, अन्य << नदी जब किनारा छोर देती है... वो मुझ तक आने की राह चाहत... >> मेरी आँखों की औकात नही की किसी लड़की को घूर सके..याद रहता है...खुदा ने एक बहन मुझे भी दी है. Share on: