मुझसे मेरे गुनाहों का हिसाब ना मांग ऐ खुदा अन्य << सही वक्त पर करवा देंगे हद... उनकी दुनिया में हम जैसे ह... >> मुझसे मेरे गुनाहों का हिसाब ना मांग ऐ खुदामेरी तक़दीर लिखने में कलम तेरी ही चली है! Share on: