नशीली आँखों से वो जब हमें देखती हैं हम घबराकर ऑंखें झुका लेते हैं कौन मिलाये उन Admin नशीली आँखो पर शायरी, अन्य << "ना लफ़्ज़ों का लहू निकलता ... तुमने तो फिर भी सीख लिया ... >> नशीली आँखों से वो जब हमें देखती हैंहम घबराकर ऑंखें झुका लेते हैंकौन मिलाये उन आँखों से ऑंखेंसुना है वो आँखों से अपना बना लेती हैं Share on: