सच के हक़ में खड़ा हुआ जाए अन्य << रहने दे उधार इक मुलाकात य... दिल की बेताबी नहीं ठहरने ... >> सच के हक़ में खड़ा हुआ जाएजुर्म भी है, तो ये किया जाए हर मुसाफ़िर को ये शऊर कहाँकब रुका जाए, कब चला जाए! Share on: