तुम्हारे ख़त में नया एक सलाम किस का था अन्य << चली है मौज में काग़ज़ की ... मैंने माना कि कुछ नहीं 'ग... >> तुम्हारे ख़त में नया एक सलाम किस का था,न था रक़ीब तो आख़िर वो नाम किस का थावो क़त्ल कर के मुझे हर किसी से पूछते हैं,ये काम किस ने किया है ये काम किस का था! Share on: