यह भी एक ज़माना देख लिया है हम ने Admin महफ़िल शायरी, अन्य << मेरी खामोशियों में भी फसा... उन्होंने देखा और हमारे ... >> यह भी एक ज़माना देख लिया है हम ने दर्द जो सुनाया अपना तो महफ़िल में तालियां गूंजी। Share on: