आज की रात मेरा दर्द मोहब्बत सुन ले अरमां << मेरे ईश्वर हज़ारों ऐब हैं ... मन में सबको पाने का अरमान... >> आज की रात मेरा दर्द मोहब्बत सुन लेकप-कपाते हुए होंठों की शिकायत सुन लेआज इज़हारे ख़यालात का मौका दे देहम तेरे शहर में आये हैं, मुसाफिर की तरह। Share on: