दुआ मांगी थी आशियाने की अरमां आज की रात मेरा दर्द मोहब्... >> दुआ मांगी थी आशियाने कीचल पड़ी आंधियाँ जमाने कीमेरा गम कोई नही समझ पायाक्योंकि मेरी आदत थी मुस्कुराने की। Share on: