रोकने की कोशिश तो बहुत की पलकों ने तुम बदल गए शायरी, अश्क << आँखों से छलकती मोहब्बत को... सोचा न था जिंदगी में ऐसे... >> रोकने की कोशिश तो बहुत की पलकों ने, मगरइश्क में पागल थे आँसू, ख़ुदकुशी करते चले गए! Share on: