इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है Admin इंतज़ार शायरी इन हिंदी फॉन्ट, इंतज़ार << असमा के तारे अक्सर पूछते ... वो राहें जहाँ चार आँखो की... >> इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है,खामोशियो की आदत हो गयी है,न सीकवा रहा न शिकायत किसी से,अगर है तो एक मोहब्बत,जो इन तन्हाइयों से हो गई है! Share on: