आज फिर बैठी हूँ हिचकियों के इंतजार में Admin इंतजार शायरी हिंदी में, इश्क << तेरी मुहब्बत भी किराये के... निगाहों से मेरी ना तू दूर... >> आज फिर बैठी हूँ हिचकियों के इंतजार में ...देखूँ तो सही तुम कब मुझे याद करते हो ...!!! Share on: