गमों की मुझ पर कुछ ऐसी नजर हो गई Admin गमों की शायरी, इश्क << “अगर रूठे कोई तो उसे फौरन... नर्म नाजुक किसी मखमल की त... >> गमों की मुझ पर कुछ ऐसी नजर हो गई,जब भी हम हँसे ये आँखे नम हो गई,हम रोऐ भी तो वो जान ना सके..और वो उदास भी हुऐ तो हमें खबर हो गई..!!! Share on: