जिंदगी तो वैसे ही नाराज थी मुझसे तुम्हारी तवज्जो न देना और भी दर्द देती है। शबे Admin जिंदगी मौत शायरी, इश्क << ज़िन्दगी हूँ तो सनम एतबार... पनाहो में जो आया हो तो उस... >> जिंदगी तो वैसे ही नाराज थी मुझसेतुम्हारी तवज्जो न देना और भी दर्द देती है।शबे फुरकत में अपने कभी तो आया करोतुम्हारे ख्वाब में न आने से नींद भी साथ छोड़ देती है।। Share on: