कितनी सुन्दर आँखे तेरी Admin जीवन अनमोल शायरी, इश्क << होठों की ख़ामोशी लिखूँ या... गुजरता हुआ हर लम्हा कुछ क... >> कितनी सुन्दर आँखे तेरी, कितना पावन तन मन है...होंठ तेरे मदिरालय, रूप तेरा दर्पण है..तुझी पर लुट जाएँ, तुझी पर मिट जाएँ, जो तू कहदे हाँ....तेरी हर एक अदा पर कण-कण क्षण-क्षण जीवन समर्पण है Share on: