तेरी यादें है, तेरी खुशबू है,मेरे हर पल में, तू ही तू है सनम,तू ही सोचो में, तू ही खुवाबों में,दिल की धड़कन में, तू तो बस्ता है,हुआ है प्यार तुझसे कैसा सनम,रूह धड़कन में, तू ही हंसता है,तेरी हसरात ही, तेरी छह है,तुझ से मिलना बस हसरत है,मेरी परछाई बनगया है तू,क्या इसी का नाम उल्फ़त है,“बिब्बो” न प्यार उस को इतना कर,दुनिया पागल कहे तो मुश्किल है।