तू उगते सूरज सा Admin बिखरी जुल्फे शायरी, इश्क << कुछ तो बात है उसकी गुश्ता... आँखों में बस के दिल में स... >> तू उगते सूरज सा, मेरी दुनिया को रोशन कर दे,मैं बिखरी रात सी, तेरे आगोश में सिम...ट जाऊं कहीं !तू खिलते चाँद सा, मेरी चाहत का नूर बढ़ा दे,मैं उलझी शाम सी, तेरी बाँहों में समां जाऊं कहीं !! Share on: