आज कुछ कमी सी है तेरे बगैर क्षमा << इस कदर हमारी चाहत का इम्त... दिल में बसे हो ज़रा ख्याल ... >> आज कुछ कमी सी है तेरे बगैरना रंग है ना रौशनी है तेरे बगैरइतना मत रूठो अब तो माफ़ कर दो मुझेक्योंकि धड़कन थम सी गई है तेरे बगैर! Share on: