रात भींगी चांदनी में जल गई खाक में तस्वीर तेरी मिल गई याद का साया कहीं मिलता Admin गजल और शायरी, ग़ज़ल << जिसको पाया था उसे भूल गया... तुम्हें याद करने को तरस स... >> रात भींगी चांदनी में जल गईखाक में तस्वीर तेरी मिल गईयाद का साया कहीं मिलता नहींबेखुदी में मेरी शम्मा बुझ गईसुरमई दिल से है खूं बह रहाकागज पे सुर्ख गजल बह गईआग के दामन में तेरा नाम हैजलते दिल की खामोशी ये कह गई Share on: