चेहरे की हंसी से हर ग़म छुपाओ Admin हंसी पर शायरी, जिंदगी << मनुष्य का अपना क्या है सपनों की मंज़िल पास नहीं ह... >> चेहरे की हंसी से हर ग़म छुपाओबहुत कुछ बोलो पर कुछ ना बताओखुद ना रूठो कभी, पर सब को मनाओराज़ है यह ज़िंदगी का बस जीते चले जाओ! Share on: