किस जगह रख दूँ मैं Admin जुदाई << मौसमें मिज़ाज गुलज़ार कर ... किसी को शोर में नींद नहीं... >> किस जगह रख दूँ मैं....तेरी यादों के चराग को...,कि उससे रौशन भी रहूँ...और हथेली भी ना जले...। Share on: