लहर आती है किनारे से पलट जाती है Admin जुदाई << लफ़्ज़ों की तरह मुझे किताबो... नसीब से फरियाद तो कर सकते... >> लहर आती है किनारे से पलट जाती है,याद आती है दिल में सिमट जाती हैदोनों में फर्क सिर्फ ईतना है,लहर बेवकत आती है और याद हर वक़्त आती है… Share on: