नया एक रिश्ता पैदा क्यों करें हम जुदाई << जुदाइयों के ज़ख़्म दर्द-ए... मत पूछ कि क्या हाल है मेर... >> नया एक रिश्ता पैदा क्यों करें हम,बिछड़ना है तो झगड़ा क्यों करें हमख़मोशी से अदा हो रस्म-ए-दूरी,कोई हंगामा बरपा क्यों करें हम!*बरपा: होना Share on: