बहुत बिखरा बहुत टूटा थपेड़े सह नहीं पाया Admin अधूरा प्यार शायरी, दर्द << प्यार के पहले बीत गया सफर... किस्मत वालों को प्यार मिल... >> बहुत बिखरा बहुत टूटा थपेड़े सह नहीं पाया,हवाओं के इशारों पर मगर मैं बह नहीं पाया,अधूरा अनसुना ही रह गया यूं प्यार का किस्सा,कभी तुम सुन नहीं पायी, कभी मैं कह नहीं पाया Share on: