बातें तो बहुत है मोहहब्बत बयां करने के लिए Admin ख़ामोशी शायरी, दर्द << न समझ भूल गयी हूँ तुझे ! ... मुझे है तुमसे मोहबत्त इसम... >> बातें तो बहुत है मोहहब्बत बयां करने के लिए...!! परजो ख़ामोशी नही समझ सकते,वो बातें क्या समझेंगे. Share on: