न समझ भूल गयी हूँ तुझे ! तेरी खुशबू मेरे सांसो में आज भी हैं !! मजबूरियों Admin मजबूरियां शायरी, दर्द << बडी मुद्दतो बाद आज फिर पर... बातें तो बहुत है मोहहब्बत... >> न समझ भूल गयी हूँ तुझे !तेरी खुशबू मेरे सांसो में आज भी हैं !!मजबूरियों ने निभाने न दी दोस्ती !सच्चाई मेरी वफाओ में आज भी हैं !! Share on: