बेशक बहारें दिल को पसंद आती है Admin गलती पर शायरी, दर्द << किस्मत वालों को प्यार मिल... किस्मत के मारों को सहारा ... >> बेशक बहारें दिल को पसंद आती है,मगर ये दिल पे खंजर भी चलाती है,वैसे कश्ती को पार लगाती है लहरें,मगर कभी लहरें कश्ती को डुबाती है. Share on: