बिखर गए लफ्ज मेरे Admin सावन हिन्दी शायरी, दर्द << सिर्फ वक्त ही गुजारना हो ... कोशिश बहुत की थी राज ए मो... >> बिखर गए लफ्ज मेरे,आँखों में सावन उभर आयाअपना ही कोई रूबरू जब आँख फेरता नजर आया Share on: