चले जाने दो उसे किसी ओर की बाहों मे Admin दर्द << लफ्ज़ जब बरसते हैं बन कर ... नींद में भी गिरते हैं मेर... >> चले जाने दो उसे किसी ओर की बाहों मे ,इतनी चाहत के बाद जो मेरी ना हुई,वो किसी ओर कि क्या होगी Share on: