लफ्ज़ जब बरसते हैं बन कर बूँदें Admin सत्य पर शायरी, दर्द << मेरी महोब्बत की बस इतनी क... चले जाने दो उसे किसी ओर क... >> लफ्ज़ जब बरसते हैं बन कर बूँदें..मौसम कोई भी हो सब भीग ही जाते है...!! Share on: