चूम कर कफ़न में लपेटे मेरे चेहरे को Admin कफ़न शायरी हिंदी, दर्द << गैरो पर मरने की उनकी फितर... मेरी तन्हाई पुछती हे मुझस... >> चूम कर कफ़न में लपेटे मेरे चेहरे को,उसने तड़प के कहा...'नए कपड़े क्या पहन लिए, हमें देखते भी नहीं' !! Share on: