मेरी तन्हाई पुछती हे मुझसे Admin साथी की शायरी, दर्द << चूम कर कफ़न में लपेटे मेर... जिन्दगी की राह में गम का ... >> मेरी तन्हाई पुछती हे मुझसे,बता आज कौन बिछड गया तुझसे,क्या बताऊँ की मेरा कोई साथी ही नही,शायद आज जुदा हो गया हुँ खुद से.! Share on: