दर्द मिलता रहा दर्द सहते रहे Admin माता दी शायरी, दर्द << महफील मे हँसना मेरा मिजाज... वह नदियाँ नही आँसु थे मेर... >> दर्द मिलता रहा दर्द सहते रहे,ज़िन्दगी हमें हम ज़िन्दगी को आज़माते रहे,प्यास जब भी लगी आशिक पीते रहे,पी पी के जीते रहेजी जी के पीते रहे… Share on: