दिल में एक जख्म यूं बनाया है जैसे कागज पे तेरा अक्स बनाया हैहम तेरी मुहब्बत में ऐसे जिए जाते हैं जिस तरह तूने हमें जीना सिखाया हैतुमसे मेरे जिस्म की दूरी है तो क्या रूह में मेरे तू ही तो समाया हैसबसे पहले मैं आज ये कुबूल करूं तेरे खातिर ये दिल जहां में आया है