दिल तोड कर हमारा तुमको राहत न मिलेगी Admin तेरी बेरुखी शायरी, दर्द << तरस जाओगे तुम महफ़िल-ए-वफ़ा... दर्द इतना था शामिल जिंदगी... >> दिल तोड कर हमारा तुमको राहत न मिलेगी,हमारे जैसी तुमको चाहत भी न मिलेगी,यूँ इतनी बेरूखी न दिखलाईए,हम अगर रूठ गए तो हमारी आहट भी न मिलेगी। Share on: