एक रिश्ता तुझसे था बहुत पुराना Admin सुंदरता शायरी, दर्द << जब भी उनकी गली से गुज़रता... सुनी हैं राहे मंजिल का पत... >> एक रिश्ता तुझसे था बहुत पुराना,न मैंने जाना न तूने कभी पहचानाआंसुओं ने आँखों को बहुत धो दिया,कहा तुमने," बहुत सुंदर हैं ये आँखें"तुम्हें तो पसंद आया बस हमें रुलाना, Share on: