हमें ठुकराने में अब उनकी क्या गलती जनाब Admin बेहद दर्द भरी शायरी, दर्द << मैं खुद भी अपने लिए अजनबी... न जाने कहाँ गुज़रता है >> हमें ठुकराने में अब उनकी क्या गलती जनाब, वो भी हमारी तरह किसी और को बेहद चाहते थे !! Share on: