मैं खुद भी अपने लिए अजनबी हूँ Admin अजनबी पर शायरी, दर्द << दोहरे चरित्र में नहीं जी ... हमें ठुकराने में अब उनकी ... >> मैं खुद भी अपने लिए अजनबी हूँ, मुझे गैर कहने वाले तेरी बात मे दम है! Share on: