जियो ऐसे जैसे कल हो अंत Admin जीवन अनमोल शायरी, दर्द << दर्द कहां मोहताज़ होता है ... पत्थरो से प्यार किया नादा... >> जियो ऐसे जैसे कल हो अंत, और सिखों इतना जैसे जीवनहो अनंत ।कयोकि अगर इंसान को अगर उसके मरनेकी तिथि ज्ञात हो जाये तो उसका एक एक दिन नरकमे बदल जाता है। Share on: