महफ़िल में गले मिल के दर्द << यारों कुछ तो जिक्र करो लोग अपना बना के छोड़ देते... >> महफ़िल में गले मिल के, वो धीरे से कह गएये दुनिया की रस्म है, इसे मोहब्बत न समझ लेना! Share on: