मौत तो यूं ही बदनाम है दर्द तो रिश्तेदार देते हैं भाई Admin शायरी भाई के लिए, दर्द << चलो आज फिर थोड़ा मुस्कुरा... दोहरे चरित्र में नहीं जी ... >> मौत तो यूं ही बदनाम है दर्द तो रिश्तेदार देते हैं भाई. Share on: