मेरी आँखें तेरे दीदार को तरसती हैं Admin दर्द << ” ऐ चांद चला जा क्यो आया ... मोहब्बत का मेरे सफर आख़िर... >> मेरी आँखें तेरे दीदार को तरसती हैंमेरी नस-नस तेरे प्यार को तरसती हैंतू ही बता दे कि तुझे बताएं कैसेकि मेरी रूह तक तेरी याद में तड़पती है। Share on: