निखरा था जब चाँद का चेहरा बिखरा था किरणों का सेहरा गाये थे जब गीत हवा ने आए Admin देश भक्ति गीत शायरी, दर्द << हमने तुम्हें उस दिन से और... कभी-कभी हालात ऐसे भी बनते... >> निखरा था जब चाँद का चेहराबिखरा था किरणों का सेहरागाये थे जब गीत हवा नेआए थे तुम नींद चुराने. Share on: