शिकायतें वहाँ होती हैं Admin बशीर बद्र की शायरी, दर्द << तेरी मोहब्बत को तो पलकों ... हम भी कितने दीवाने निकले >> शिकायतें वहाँ होती हैं, जहाँ ऐतबार ना हो….मेरा तो यकीन ही तुम हो, तो शिकायत कैसी…… Share on: