उल्फ़त Admin जिंदगी और शायरी, दर्द << आज बात करने से भी परहेज़ ... कभी कभी मोहब्बत में वादे ... >> उल्फ़त, मोहब्बत, ग़म,अश्क, बेवफ़ा, अफ़साने...शायद वो आयी थी जिंदगी मेंसिर्फ ऊर्दू सिखाने.. Share on: