आज ऊजालो में एक कमी सी रहेने दो आंखो में एक कतरा नमी सी रहेने दो क़ही Admin आंखो की तारीफ शायरी, प्रेम << दीदार की आग अंदाजा लगाओ मेरी मोह्हबत ... >> आज ऊजालो में एक कमी सी रहेने दोआंखो में एक कतरा नमी सी रहेने दोक़ही रह ना जाये मोहब्बत अधुरी मेरीइंतेजार है उसका, इंतेजार ही रहने दो. Share on: