बता किस कोने में Admin बचपन की यादें शायरी, प्रेम << मेरे चेहरे से कफ़न हटा कर ... कसूर ना उनका है ना मेरा >> बता किस कोने में,सुखाऊँ तेरी यादेंबरसात बाहर भी है,और भीतर भी है. Share on: