मेरे चेहरे से कफ़न हटा कर जरा दीदार तो कर लो Admin प्रेम << कितना बेबस है इंसान किस्म... बता किस कोने में >> मेरे चेहरे से कफ़न हटा कर जरा दीदार तो करलो,ऐ जान...बंद हो गई है वो आँखे जिन्हे तुम रुलाया करते थे. Share on: