बेताब तमन्नाओ की कसक रहने दो! मंजिल को पाने की कसक रहने दो! आप चाहे रहो नज़रों Admin बेताब दिल शायरी, प्रेम << अपने लफ़्ज़ों से चुकाया ह... मुहब्बत की लाख दुहाई देने... >> बेताब तमन्नाओ की कसक रहने दो!मंजिल को पाने की कसक रहने दो!आप चाहे रहो नज़रों से दूर!पर मेरी आँखों में अपनी एक झलक रहने दो! Share on: