बेताबी Admin मदहोश शायरी इन हिंदी, प्रेम << उसकी देह का श्रृंगार लिखू... पलकों पे एक आस लगा रखा है... >> बेताबी, बैचेनी, बेरुखी, बेकरारी, बेहोशीये कैसा मंज़र है, ये कैसा मंज़र हैतन्हाई, रुसवाई, ख़ामोशी, मदहोशी.....कुछ कुछ दिल के अन्दर है, कुछ कुछ दिल के बाहर है Share on: